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मदमत्त
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fuddled
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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besotted
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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blind drunk
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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blotto
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soused
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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sozzled
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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squiffy
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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pie-eyed
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pissed
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pixilated
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plastered
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crocked
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cockeyed
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slopped
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sloshed
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smashed
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tiddley
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tiddly
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tipsy
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loaded
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potty
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stiff
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wet
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soaked
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tight
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खड्गधर
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असंगृहीत कविता - कुणी श्रमती, कुणी रमती
डॉ. माधव त्रिंबक पटवर्धन ऊर्फ माधव जूलियन, (जन्म २१ जानेवारी १८९४; मृत्यु २९ नोव्हेंबर १९३९) हे मराठी भाषेतील प्रतिथयश कवी होऊन गेले.
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विनय पत्रिका - हनुमंत स्तुति ४
विनय पत्रिकामे, भगवान् श्रीराम के अनन्य भक्त तुलसीदास भगवान् की भक्तवत्सलता व दयालुता का दर्शन करा रहे हैं।
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मंदार मंजिरी - मोहवी मदिरा मना.
भिन्न भिन्न वेळी भिन्न भिन्न मासिकात छापलेली अशी कांही आणि आजपर्यंत मुळींच कोठेहीं न छापलेली कवी विद्याधर वामन भिडे यांची कांही निवडक काव्ये.
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मार्गशीर्ष शुद्ध १२
दिन विशेष - वर्षातील प्रत्येक दिवसाचे ऐतिहासीक महत्व.
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उपदेश पद
अण्णा जसे शास्त्रविद्येंत निपुण होते, तसेंच श्रौतस्मार्तज्ञकर्मविधींतही अपूर्व निष्णात होते.
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श्रीत्रिपुरसुन्दरी सुप्रभातम् - श्रीसेव्य-पादकमले श्रित-च...
सती पार्वतीची दहा रूपे - काली, तारा, छिन्नमस्ता, भुवनेश्वरी, बगलामुखी, धूमावती, त्रिपुर सुंदरी, मातंगी, षोड़शी आणि भैरवी.
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खरा हुतात्मा! - सत्याचा जगतात खून करिती, ...
साने गुरूजींचे संपूर्ण नाव - पांडुरंग सदाशिव साने
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निरंजन माधव - शौर्यवर्णन
निरंजन माधवांच्या कवितेत काव्यस्फूर्ति उच्च दर्ज्याची असून भाषेत सरळपणा व प्रसाद सोज्वळ आहे.
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रूपक अलंकार - लक्षण १९
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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सत्ताइसवाँ पटल - ध्यानलक्ष्यनिरूपण
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
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मित्रभेद - प्रारंभ
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
The fascinating stories told by Vishnu Sharma, called Panchatantra.
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खंड ६ - अध्याय ३३
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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खंड ७ - अध्याय ३
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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इक्कीसवाँ पटल - स्वर्गचक्र
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
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ऐरावत
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संत तुकडोजी महाराज - भजन ३६ ते ४०
सर्व सामान्य लोकांच्या मनावर शिक्षणाचे महत्त्व बिंबवणारा , अस्पृश्यता गाडून टाका असे सांगणारा , स्वच्छतेचे महत्त्व अधोरेखित करणारा , सर्व धर्मांकडं सारख्याच नजरेनं पहा असे सांगणारा, राष्ट्रसंत म्हणजेच संत तुकडोजी महाराज.
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सुभद्राचंपू - सर्ग तिसरा
निरंजन माधवांच्या कवितेतील काव्यस्फूर्ति उच्च दर्जाची असून, भाषेत रसाळपणा व प्रसाद सोज्वळता आहे.
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श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय ४१
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
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इक्कीसवाँ पटल - वीरभाव माहात्म्य
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
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संगीत विक्रमोर्वशीय - अंक चवथा
सन १८८९ साली ‘ संगीत विक्रमोर्वशीय ‘ नाटक प्रथम प्रसिद्ध झाले व प्रथम प्रयोग २१ नोव्हेंबर १९५५ रात्रौ ९-३० वा. झाला.
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उत्तरार्ध - अध्याय ४९ वा
हरिवंशांतल्या आर्यारचना आर्याभारताच्याच तोलाच्या आहेत.
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ६
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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वनपर्व - अध्याय अकरावा
मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात.
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